मीना की दुनिया-रेडियो प्रसारण
33- आज की कहानी का शीर्षक – ‘राजा खाए जा ’

सरपंच जी का भतीजा रिंकू आज पहली बार मीना के गाँव आया है । रिंकू कक्षा 5 में पड़ता है । सरपंच जी उसे स्कूल में छोड़ कर चले जाते हैं। बहिन जी मीना को बोलकर, मध्यावकाश में विद्यालय में बनने वाले भोजन को रिंकू से खाने को कहती हैं। मीना खाने से पहले रिंकू को हाथ धुलाने ले जाती है।
खाने के समय मीना रिकू को खाने से रोक देती है और उसे खाने के लिए चम्मच देती है । ये देख बहिन जी को बड़ा ही अजीब लगता है,तो वह मीना को पास बुलाकर पूँछती हैं । मीना बताती है की उसने ऐसा रिंकू के गंदे नाख़ून देख कर किया । मीना बहिन जी के सामने एक नाटक “राजा खाए जा ’’ का प्रस्ताव रखती है ।

और अगले दिन ......
(मीना नाटक प्रस्तुत करती है। )
पात्र परिचय – दीपू -राजा टीटूमल
राजू - हरिया किसान
स्वयं मीना - राजवैद्य

(राजा टीटूमल खाने के शौक़ीन है । एक दिन शिकार खेलते-खेलते जंगल में हरिया किसान के घर पहुँच जाते है । )

राजा टीटूमल- “ खाने मे क्या है ?”
(हरिया उन्हें खिचड़ी खाने को देता है । जैसे ही राजा खाने को होते हैं हरिया उन्हें रोक देता है । इस बात पर नाराज होकर राजा अपने सैनिकों को उसे गिरफ्तार करने का आदेश देता है । हरिया को राजमहल लाया जाता है । )



राजा टीटूमल -(हरिया से ) मुझे खाने से क्यों रोका ?
हरिया -जरूर बताऊँगा लेकिन आपको और राजवैद्य को
अकेले में ।

(राजा, राजवैद्य और हरिया अकेले में । )
हरिया –आपके नाख़ून बहुत ही गंदे थे इसलिए आपको खाने से
रोका ।

राजवैद्य – तुमने बहुत अच्छा किया हरिया ,नहीं तो उनके नाखूनों
की गन्दगी में लगे कीटाणु पेट में चले जाते ....और राजा
को बीमार बना देते ।

(राजा प्रसन्न होकर हरिया को विदा करते हैं । )
.......पर्दा गिरता है ।
रिंकू को भी यह बात समझ आ जाती है ।



आज का गीत –

अरे !....नहाके, धोके, बल बनाके ।
चेहरे पे मुस्कान सजा के । ।
धुले - धुले कपडे पहने ।
चमक धमक के क्या कहने । ।


आज का खेल - ‘ नाम अनेक अक्षर एक ’
~ व्यक्ति – हिमेश रेशमिया (गीतकार,संगीतकार,अभिनेता)
~जानवर –हाथी
~वस्तु – हेलमेट
~जगह –हल्दीघाटी (राजस्थान में अरावली पर्वत के पास एक जगह ,सन १५७६ में महाराणा प्रताप और बादशाह अकबर के सेनाओं के बीच युद्ध लड़ा गया था । )


मीना एक बालिका शिक्षा और जागरूकता के लिए समर्पित एक काल्पनिक कार्टून कैरेक्टर है। यूनिसेफ पोषित इस कार्यक्रम का अधिकसे अधिक फैलाव हो इस नजरिए से इन कहानियों का पूरे देश में रेडियो और टीवी प्रसारण किया जा रहा है। प्राइमरी का मास्टर एडमिन टीम भी इस अभियान में साथ है और इसके पीछे इनको लिपिबद्ध करने में लगा हुआ है। आशा है आप सभी को यह प्रयास पसंद आयेगा। फ़ेसबुक पर भी आप मीना की दुनिया को Follow कर सकते हैं।  

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