हम और हमारे स्कूल बच्चों से संवाद करके उनका विश्वास जीतने की कोशिश कभी नहीं करते वे दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे। एक आठ साल का और...
निजी विद्यालयों का दरवाजा खटखटाता दुर्बल वर्ग
1 अप्रैल,2010 से लागू शिक्षा के अधिकार अधिनियम(RTE) के बहाने ही सही पर निजी स्कूलों के वास्तविक चरित्र जो कि व्यवसाय के इर्द गिर्द ही पनपत...
हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं - पुरानी पेंशन
हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं.............. ****************************************** आज का संघर्षशील पेंशनहीन व्यक्ति...
व्यवस्था के नाम एक परिषदीय शिक्षक का खुला पत्र
आज पहली बार एहसास हुआ कि अपनी बात अपने ही सिस्टम अपनी ही व्यवस्था से कहने के लिए किसी शिक्षक को अपना नाम छुपाने के लिए विवश होना पड़ रह...
बाल श्रम का कलंक
संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी, शत्रु संपत्ति, फैक्ट्री संशोधन, बाल श्रम, व्हिसल ब्लोअर समे...
भावी पीढ़ी के साथ खिलवाड़
भारत की नई पीढ़ी के साथ हो रहा जालसाजी का तांडव अपने आप में एक जर्जर व्यवस्था को पूरी तरह बदलने के स्पष्ट संकेत देता है। कुछ ही दिन...
भूमंडलीकृत दुनिया में बच्चे
य ह वैश्वीकरण का दौर है, जहां पूंजी को दुनियाभर में विचरण करने की छूट है, लेकिन इससे बनाई गई संपदा पर चुनिंदा लोगों का ही कब्जा ह...
बेहतर बनने की राह पर बढ़ते शिक्षक
शिक्षा से जुड़े मसलों पर शिक्षकों का विचार-विमर्श करना देश की शैक्षणिक तस्वीर बदल सकता है । पिथौरागढ़ में एक शाम हमने अब्बास कियारोस्ता...
बचपन छीनती आधुनिक शिक्षा
आजकल ज्यादातर अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर परेशान हैं, बच्चे के जन्म से ही उसके डॉक्टर या इंजीनियर बनाने की चाह माता पिता को ...
ताकि हर बच्चे को मिले अच्छी शिक्षा
केंद्र और राज्यों को पूरी तरह जिम्मेदार बनाए बिना क्या देश के सभी बच्चों तक अच्छी गुणवत्ता की स्कूली शिक्षा पहुंचाई जा सकती है ? सं...