बदलते समय की जरूरत हैं कि अब शिक्षक पाठ्यक्रम के बंधक बनने के बजाय बनें बच्चों के सलाहकार संवाद का पुल बने, शिक्षक का हर कदम, विद्यार्थी के ...
नीतियों की डोर पर नाचते कठपुतली बने शिक्षक कितने रहेंगे उपयोगी?
नीतियों की डोर पर नाचते कठपुतली बने शिक्षक रहेंगे कितने उपयोगी? शिक्षा का मूल उद्देश्य न केवल ज्ञान प्रदान करना है, बल्कि छात्रों को सोचने,...
शिक्षक क्यों न बने एक जीवनपर्यंत शिक्षार्थी?
शिक्षक क्यों न बने एक जीवनपर्यंत शिक्षार्थी? जो खुद को सिखाए, वही सिखा पाए, ज्ञान का दीपक सदा जलता दिखा पाए। शिक्षण केवल एक पेशा नहीं...
स्कूली शिक्षा व्यवस्था की समस्या बनते जा रहे आदेशों के बढ़ते पहाड़
स्कूली शिक्षा व्यवस्था की समस्या बनते जा रहे आदेशों के बढ़ते पहाड़ आदेशों के पहाड़ तले दबे जा रहे हैं स्कूल और गुरुजन, पढ़ाई के सपने अब हो र...
आज भी शिक्षक के नसीब में जूते और चप्पल, बेबसी के इस सच की कब बदलेगी तस्वीर?
आज भी शिक्षक के नसीब में जूते और चप्पल, बेबसी के इस सच की कब बदलेगी तस्वीर? दबंगों की दुनिया का ये हाल है, गुरु के सम्मान पर सवाल है। कब...
जानिए वह 10 गुण जिनके जरिए ग्रामीण क्षेत्र के कार्य कर रहे शिक्षक बन सकते हैं बच्चों के लिए आदर्श
जानिए वह 10 गुण जिनके जरिए ग्रामीण क्षेत्र के कार्य कर रहे शिक्षक बन सकते हैं बच्चों के लिए आदर्श। गांव के बच्चों में जो बड़ा सपना सजा सके...
क्या शिक्षक को केवल एक कर्मिक या नौकर माना जा सकता है?
क्या शिक्षक को केवल एक कर्मिक या नौकर माना जा सकता है? किताबें छोड़, अब कागज़ भरते हैं, जो थे दीपक, अब अंधेरों से डरते हैं। प्राचीन भारतीय...
ग्रामीण बचपन की मासूमियत रील्स रूपी डिजिटल आघात
ग्रामीण बचपन की मासूमियत रील्स रूपी डिजिटल आघात "गांव के बच्चे अब भी मासूम हैं, पर रीलों के पीछे वो मज़बूर हैं।" ग्रामीण भारत के...
दक्ष और निपुण बनाए जाने के दबाव में आज के बच्चे
दक्ष और निपुण बनाए जाने के दबाव में आज के बच्चे किताबों के पहाड़ों में दब गया बचपन, खेलों की सूरतों से छिन गया अपनापन। ख्वाब थे जिनमें रंग...
जल्दबाजी के फैसले और बाल मन पर बढ़ता बोझ, ऐसी शिक्षा पर क्यों न हो पुनर्विचार?
जल्दबाजी के फैसले और बाल मन पर बढ़ता बोझ, ऐसी शिक्षा पर क्यों न हो पुनर्विचार? मनोविज्ञान की परवाह करें जो देश, हर नीतियों में बच्चों का द...
बच्चों के अनुकूल दुनिया और शिक्षकों और अभिभावकों में बचपन बनाए रखने की आवश्यकता
बच्चों के अनुकूल दुनिया और शिक्षकों और अभिभावकों में बचपन बनाए रखने की आवश्यकता बच्चों की हँसी में खिलता है संसार का हर रंग, हर शिक्षक में ज...
मदरसा शिक्षा में सुधार की राह खुली
मदरसा शिक्षा में सुधार की राह खुली सुप्रीम कोर्ट का निर्णय कई भ्रम दूर करने और मदरसा शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने में मददगार होने वाला है उत...
बचपन में कठपुतली बनती आज की पीढ़ी
बचपन में कठपुतली बनती आज की पीढ़ी उम्र मासूमियत की, मगर सख्त जंजीरें, बचपन की कश्ती पर बोझ है तकदीरें। फूलों की तरह खिलने दो इस उम्र को, हर ...
देश में शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए आवश्यक इच्छाशक्ति का अभाव दिखना शुभ संकेत नहीं
शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता अपने देश में शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए आवश्यक इच्छाशक्ति का अभाव दिखना शुभ संकेत नहीं यह वि...
बुनियादी शिक्षा में पिछड़ते बच्चे आज भी बड़ी चुनौती! आखिर संसाधन संपन्न स्कूल भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्य को क्यों नहीं हासिल कर पा रहे?
बुनियादी शिक्षा में पिछड़ते बच्चे आज भी बड़ी चुनौती! आखिर संसाधन संपन्न स्कूल भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्य को क्यों नहीं हासिल कर पा र...
सिस्टम की चक्की में शिक्षक! आदेश पालनकर्ता से भविष्य निर्माता तक के सफर का आत्मावलोकन
सिस्टम की चक्की में शिक्षक! आदेश पालनकर्ता से भविष्य निर्माता तक के सफर का आत्मावलोकन "शिक्षक की स्याही से, रचे भविष्य के रंग, सिस्...
बच्चों का मोबाइल से रिश्ता 'प्रगाढ़' कर रहा बेसिक शिक्षा का ऐप! सवाल उठता है कि आखिर बच्चों को क्यों दी गई किताबें?
बच्चों का मोबाइल से रिश्ता 'प्रगाढ़' कर रहा बेसिक शिक्षा का ऐप! सवाल उठता है कि आखिर बच्चों को क्यों दी गई किताबें? किताबों से जो र...