International Education Day 2022: शिक्षा में बदलावों पर केंद्रित है इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस


International Education Day 2022 : अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2022 का थीम यूनेस्को द्वारा ‘चेंजिंग कोर्स ट्रांसफॉर्मिंग एजुकेशन’ घोषित किया गया है। इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से हो रहे बदलावों को फोकस करता है विशेषतौर पर शिक्षा में तकनीकी के बढ़ते उपयोग को।

International Education Day 2022: शिक्षा में बदलावों पर केंद्रीय है इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के तौर पर मनाए जाने की घोषणा 3 दिसंबर 2018 को की गयी थी।

नई दिल्ली :  International Education Day 2022: शिक्षा सभी मनुष्यों का अधिकार है। यह हर किसी के हितों के लिए जरूरी है और यह एक सार्वजनिक जिम्मेदारी भी है। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में कही गईं ये पंक्तियां हमारे जीवन में शिक्षा के महत्व को लेकर दर्शाती हैं। संयुक्त राष्ट्र आम सभा (यूएनजीए) द्वारा हर वर्ष 24 जनवरी को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के तौर पर मनाए जाने की घोषणा 3 दिसंबर 2018 को इस उद्देश्य के साथ की गयी थी कि वैश्विक शांति और स्थायी विकास में शिक्षा के महत्व को इस अवसर पर हर वर्ष प्रचारित और प्रसारित किया जाएगा। इसके बाद से, वर्ष 2019 से अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस हर साल आज की तारीख पर मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2022 का थीम

इसी क्रम में, यूनेस्को द्वारा अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2022 का थीम ‘चेंजिंग कोर्स, ट्रांसफॉर्मिंग एजुकेशन’ घोषित किया गया है। इस थीम के अंतर्गत, अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस इस वर्ष शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से हो रहे बदलावों को फोकस करता है, विशेषतौर पर शिक्षा में तकनीकी के बढ़ते उपयोग और समन्वय के दृष्टिकोण से।

बदलावों में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन भी

यूनेस्को के अनुसार, बिना समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सभी के लिए आजीवन अवसरों के हम किसी भी देश की लैंगिक समानता हासिल करने और गरीबी के उस चक्र को तोड़ने में सफल नहीं होंगे जो लाखों बच्चों, युवाओं और वयस्कों को पीछे छोड़ रहा है। ऐसे में इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस ऐसे सभी महत्वपूर्ण बदलावों को प्रदर्शित करेगा जिनसे शिक्षा के सभी के मौलिक अधिकार को स्थापित किया जा सके। इन बदलावों में तकनीकी आधारित डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन भी शामिल हैं, जो कि विश्व में उन 258 मिलियन बच्चों और युवाओं तक शिक्षा की पहुंच बढ़ाने में सक्षम है जो कि अभी तक स्कूल नहीं जा सके हैं।


International Education Day 2022 : अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस 24 जनवरी को, जानिए इसके उद्देश्य और महत्व के बारे में


International Education Day 2022: संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 24 जनवरी के दिन को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का फैसला साल 2018 में किया था। इसके बाद 50 से अधिक देशों ने तत्काल ही इस फैसले को अपना लिया था।

International Education Day 2022: कहते हैं कि शिक्षा ही सभी समस्याओं का समाधान है। चाहे गरीबी-अशांति हो या फिर विकास की कमी। इन सभी समस्याओं के समाधान का रास्ता अगर कहीं से होकर गुजरता है, तो वह है शिक्षा। आज 24 जनवरी का दिन भी दुनिया के लिए इसलिए ही बेहद खास है। इस तारीख को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में जाना जाता है। 



2018 में लिया गया फैसला
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रतिवर्ष 24 जनवरी के दिन को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का फैसला साल 2018 में किया था। इसके बाद 50 से अधिक देशों ने तत्काल ही इस फैसले को अपना लिया था। तभी से दुनियाभर में इस तारीख को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

क्या है उद्देश्य?
आज के दिन को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया में शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूकता लाना है। मनुष्य के जीवन में शांति और विकास सबसे जरूरी चीजें हैं और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका शिक्षा ही हो सकती है। हर व्यक्ति और बच्चों तक मुफ्त और बुनियादी शिक्षा की पहुंच जल्द से जल्द हो, इस दिन को मनाने का यही उद्देश्य है। दुनियाभर में इस दिन समारोह का आयोजन होता है। इसके मुख्य विषय हैं- लर्निंग, इनोवेशन और फाइनेंसिंग। 

चेंजिंग कोर्स - ट्रांसफर्मिंग एजुकेशन
साल 2022 के लिए अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस की थीम ''चेंजिंग कोर्स - ट्रांसफर्मिंग एजुकेशन'' रखी गई है। इसके पीछे का मकसद है कि बीते दो सालों में शिक्षा क्षेत्र पर हुए प्रभाव को देखते हुए, एक बार फिर से उन तरीकों पर ध्यान देने की जरुरत, जिससे शिक्षा को सभी तक आसानी से पहुंचाया जा सके। बीते साल इस दिवस की थीम ''रिकवर एंड रिवाइटलाइज एजुकेशन फॉर कोविड-19 जेनरेशन'' रखी गई थी।

अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस का महत्व
दुनियाभर में शिक्षा को घर-घर तक पहुंचाने का लक्ष्य अब भी दूर दिखाई पड़ता है। करोड़ों बच्चों तक अब भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंच नहीं पाई है। ऑनलाइन माध्यम ने इस क्षेत्र में कुछ हद तक मदद तो की है, लेकिन अब भी कई ऐसे स्थान हैं जहां इंटरनेट की पहुंच नहीं हो पाई है। विभिन्न आंकड़ों के अनुसार अब भी दुनियाभर के करोड़ों बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं। करोड़ों बच्चे ऐसे हैं जो स्कूल तो पहुंचते हैं, लेकिन वहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बेहद कमी है। वहीं, बड़ी संख्या में बच्चो की शिक्षा आधे में ही छूट जाती है। इन सभी समस्याओं से निपटने के लिए समाधान के हल को खोजना ही अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस के आयोजन का मुख्य मकसद है।

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