मीना की दुनिया-रेडियो प्रसारण
एपिसोड 1- कहानी का शीर्षक- ‘स्कूल चली मीना’
तोता मिठ्ठू और भाई राजू के साथ मीना सुबह-सुबह स्कूल जा रही है। तभी दीपू उससे आकर कहता है कि झाड़ियों के पीछे से बहुत ही डरावनी आवाज़ आ रही है, वहां पर भूत है। मीना झाड़ियों के पास जाकर देखती है.......उसे आभास होता है कि कुछ गड़बड़ है। मीना कहती है कि ‘मैं पता लगा कर रहूंगी। ’
छुट्टी के बाद जब मीना स्कूल से घर लौटती है तो राजू बीच रास्ते से ही गायब हो जाता है......घर पर लौटकर स्कूल का काम भी नहीं करता। मीना के पूँछने पर राजू कहता है की ‘मुझे कोई काम नहीं मिला....वह मीना को बताता है कि दीदी उसे पसंद नहीं हैं।
और दूसरे दिन.......
मीना उसी रस्ते से स्कूल जा रही होती है। स्कूल के अन्य बच्चे उस रास्ते से स्कूल जाने से डरते हैं। ......फिर से वही आवाज़ आती है।
मीना- कौन है वहाँ?
झाड़ियों के पीछे से आवाज़ आती है-‘मैं भूत हूँ।
तभी मीना मिठ्ठू से, उड़कर झाड़ियों के पीछे पता लगाने को कहती है। ........तो यह राजू की शरारत थी।
मीना उससे स्कूल जाने का वादा लेकर, शिकायत न करने का वादा करती है।
मीना स्कूल जाकर बड़ी बहिन जी से सारी बात कहती है ..तो बहिन जी राजू की बहिन जी से बात करती है और उनसे अपने अनुभव बाँटते हुए कहती हैं कि कैसे बच्चों को मित्र बनाया जा सकता है? कैसे बच्चे उनके दोस्त बने?
बहिन जी की कक्षा में ........
‘यातायात के साधन’ चर्चा कर रहीं हैं-
प्र०- हवाई जहाज कैसे उडता है?
उत्तर में बहिन जी राजू की तरह-तरह की आवाज़ निकाल सकने की कला की सहायता से हवाई जहाज की आवाज़ निकलवाती हैं।
प्र०- मोटर कर कैसे चलती है?
उ०- उत्तर में राजू आवाज़ निकलता है।
प्र०- भूत की आवाज कैसी होती है?
राजू सहित पूरी कक्षा खिलखिलाती है,........इस तरह राजू का दीदी के प्रति दर दूर हो जाता है।
आज का खेल-‘गोल घुमा के बोल’
स्कूल/ घर/ खेल/ गाँव
प्रत्येक शब्द के आने पर उससे सम्बंधित चार शब्द बोलेंगे-जैसे....
स्कूल-
1) पेंसिल
2) पुस्तक
3) चाक
4) ब्लैक बोर्ड
मीना एक बालिका शिक्षा और जागरूकता के लिए समर्पित एक काल्पनिक कार्टून कैरेक्टर है। यूनिसेफ पोषित इस कार्यक्रम का अधिक से अधिक फैलाव हो इस नजरिए से इन कहानियों का पूरे देश में रेडियो और टीवी प्रसारण किया जा रहा है। प्राइमरी का मास्टर एडमिन टीम भी इस अभियान में साथ है और इसके पीछे इनको लिपिबद्ध करने में लगा हुआ है। आशा है आप सभी को यह प्रयास पसंद आयेगा। फ़ेसबुक पर भी आप मीना की दुनिया को Follow कर सकते हैं।
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