ईश्वर को बड़े बड़े साम्राज्यों से ऊब A+ A- Print Email ईश्वर बड़े-बड़े साम्राज्यों से ऊब उठता है लेकिन छोटे-छोटे पुष्पों से कभी खिन्न नहीं होता। रवींद्रनाथ ठाकुर
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