मीना की दुनिया ~ रेडियो प्रसारण
31 - आज की कहानी का शीर्षक - स्वस्थ शरीर तेज दिमाग

आज मीना और मीना की माँ सुमित के घर पर हैं।सुमित की माँ बताती हैं की बिल्लू को केवल चावल व रोटी चीनी के साथ खाना पसन्द करता है । मीना की माँ समझती हैं कि ऐसा करना उसकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। पूरा खाना खाने से ही उसके शरीर का सही विकास हो सकता है।

बच्चों को सब्जियाँ लेने बाजार भेजा जाता है।

और उधर बाज़ार में......
सुमित की जेब कट जाती है। सुमित बताता है कि बचे हुए सारे पैसे इसी जेब में रखे थे। सब बच्चे घर वापस आ जाते हैं।

बच्चे सारी बात घर पर बताते हैं। सुमित के पिताजी उसकी कटी हुई जेब पर नीला रंग लगा देखते हैं। वह बताता है कि नील का पैकेट भी पैसों के साथ रखा था । यह सुन मीना कहती है कि यह बात पहले बताई होती तो जेबकतरा वहीँ पकड़ में आ जाता क्योंकि मैंने लाला जी की दुकान के पास एक व्यक्ति देखा था जिसके हाथ पर नील के निशान थे तथा वह घबराया हुआ भी था।

सुमित के पिताजी बच्चों के साथ बाजार जाते हैं। मीना देखती है कि वही व्यक्ति सब्जियाँ खरीद रहा है। तथा नीला रंग उसके हाथ पर अभी भी लगा है। सुमित के पिताजी जेबकतरा को पास जाकर धमकाते हैं तो वह सच कबूल करता है और सारे पैसे वापस कर देता है।

सुमित के पिताजी मीना की तारीफ करते हैं क्योंकि उसकी समझदारी की वजह से जेबकतरा पकड़ा जा सका।
बिल्लू ताई जी से रोटी व चावल खाने को मांगता है। ताई जी उसे वही देती हैं। बिल्लू को खाना बहुत स्वादिष्ट लगता है। क्योंकि ताई जी ने रोटी मीठी डालकर तथा चावल गाजर व मटर डालकर बनाये हैं।साथ ही टमाटर व प्याज का रायता भी है।

पूरा खाना ही हमारे शरीर को ताकत देता है । सब्जियों से हमें विटामिन प्राप्त होती है जो हमें बीमारियों से बचाती है तथा दिमाग भी तेज होता है।

बिल्लू इस सब के बाद नियमित रूप से फल व सब्जियाँ खाने का प्रण लेता है।



आज का गीत -

जब मैं गाउँ साथ में तुमको गाना पड़ेगा।
लेकिन पहले पूरा खाना खाना पड़ेगा।।
...............................................
नहीं जो खाया, बाद में पछताना पड़ेगा।
इसीलिए तो पूरा खाना खाना पड़ेगा।



आज का खेल -'नाम अनेक अक्षर एक'

' न'
~ व्यक्ति -नेल्सन मंडेला (अफ्रीका में रंग भेद के खिलाफ आवाज उठाई)
~जानवर - नेवला
~वस्तु - नगाड़ा
~जगह - नई दिल्ली (भारत की राजधानी)


मीना एक बालिका शिक्षा और जागरूकता के लिए समर्पित एक काल्पनिक कार्टून कैरेक्टर है। यूनिसेफ पोषित इस कार्यक्रम का अधिकसे अधिक फैलाव हो इस नजरिए से इन कहानियों का पूरे देश में रेडियो और टीवी प्रसारण किया जा रहा है। प्राइमरी का मास्टर एडमिन टीम भी इस अभियान में साथ है और इसके पीछे इनको लिपिबद्ध करने में लगा हुआ है। आशा है आप सभी को यह प्रयास पसंद आयेगा। फ़ेसबुक पर भी आप मीना की दुनिया को Follow कर सकते हैं।  

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