मीना की दुनिया-रेडियो प्रसारण
37- आज की कहानी का शीर्षक- 'आँखों का टानिक'


मीना राजू और उसके दोस्त क्रिकेट खेल रहे हैं।  मीना ने गेंद हवा में उड़ा दी है।
राजू- (लल्ला से) गेंद पकड़ ले मीना आउट हो जाएगी।

......और लल्ला से कैच छूट जाता है।  राजू के नाराज होने पर लल्ला रोने लगता है...और घर को जाने लगता है।  लेकिन यह क्या लल्ला पत्थर से टकराकर गिर जाता है।  राजू, मीना को बताता है कि शाम के वक्त लल्ला के साथ ऐसा अक्सर होता है।

और अगले दिन........राजू, मीना को बताता है की लल्ला की तवियत कुछ ठीक नहीं है।  मीना,राजू के साथ लल्ला को देखने उसके घर जाती है।

लल्ला की माँ- लल्ला को क्या हुआ? वह तो घर के पीछे खेल रहा है।

(मीना को आवाज लगायी जाती है। )
मीना बताती है कि कल वह माँ के साथ रानी को लेकर स्वास्थ्य मेला जाएगी जहाँ उसे विटामिन ‘A’ की खुराक दी जाएगी।  मीना लल्ला की माँ से ‘मुन्ना’ को विटामिन ‘A’ की खुराक दिलाने को कहती है और लल्ला की माँ टाल देती है।



अगले दिन टीकाकरण केंद्र पर.........
नर्स बहिन जी रानी को विटामिन ‘A’ की खुराक देती हैं।  मीना,आंगनबाड़ी बहिनजी से कहती है कि लल्ला की माँ मुन्ना को लेकर आयीं ही नहीं।

आंगनबाड़ी बहिनजी,नर्स बहिन जी और मीना लल्ला के घर पहुँचती हैं।  लल्ला की माँ मुन्ना को लेकर हैंडपंप पर पानी भरने गयीं हैं।  आंगनबाड़ी बहिनजी लल्ला की खेल खेल में आँखों की जांच करती हैं....पता लगता है कि लल्ला को कम रौशनी में दिखाई ही नहीं देता है। (तब तक लल्ला की माँ आ जाती है) नर्स बहिन जी मुन्ना को दी जाने वाली विटामिन ‘A’ की खुराक के बारे में पूँछती है।  तो लल्ला की माँ कहती है कि हमारे दोनों बच्चे स्वस्थ हैं\ उन्हें इसकी क्या जरूरत?

नर्स बहिन जी समझाती हैं कि विटामिन ‘A’ की खुराक किसी तरह की दवा नहीं है, यह एक टानिक है जो आँखों की रौशनी बनाये रखता है और बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।  कम दिखाई देना विटामिन ‘A’ की कमी का पहला लक्षण है।  बच्चे को पहली खुराक ९ महीने पर,फिर हर ६ माह पर ५ वर्ष तक दी जानी चाहिए।  विटामिन ‘A’ की खुराक साल में दो बार जून और दिसम्बर माह में मुन्ना को दी जाएगी।


लल्ला की माँ लल्ला की चिंता जाहिर करने पर नर्स बहिन जी कहती हैं कि लल्ला को एक खुराक अभी तथा दूसरी खुराक ४हफ्ते बाद देने से विटामिन ‘A’ की कमी पूरी हो सकतीं है।


आज का गीत-
कहती टीचर,बोले डॉक्टर
कभी अगर बीमार पड़ो।
नीम-हाकिम से तुम मत करना।
भैया इनसे दूर रहो-२। ।


आज का खेल- ‘नाम अनेक अक्षर एक’

‘त’ -  व्यक्ति- तांत्या टोपे (स्वतंत्रता संग्राम में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। )
जगह - तिरुअनंतपुरम( केरल, दक्षिण में स्थित)
जानवर - तेंदुआ(माँसाहारी,जो रात्रि में शिकार पर निकलता है,जिसे चीता भी कहा जाता है।)
वस्तु - तबला (ऐसा वाद्ययंत्र जो दोंनो हाथों से बजाया जाता है। मशहूर तबला वादक-उस्ताद जाकिर हुसैन)



मीना एक बालिका शिक्षा और जागरूकता के लिए समर्पित एक काल्पनिक कार्टून कैरेक्टर है। यूनिसेफ पोषित इस कार्यक्रम का अधिकसे अधिक फैलाव हो इस नजरिए से इन कहानियों का पूरे देश में रेडियो और टीवी प्रसारण किया जा रहा है। प्राइमरी का मास्टर एडमिन टीम भी इस अभियान में साथ है और इसके पीछे इनको लिपिबद्ध करने में लगा हुआ है। आशा है आप सभी को यह प्रयास पसंद आयेगा। फ़ेसबुक पर भी आप मीना की दुनिया को Follow कर सकते हैं।  

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