मीना की दुनिया-रेडियो प्रसारण
38 - आज की कहानी का शीर्षक - ‘छुटकी का तोहफा’
रवि, मीना के पडोसी हैं। रवि की पत्नी रश्मि ने कल ही एक बिटिया को जन्म दिया है। रवि, बिटिया के जन्म के ४५वें दिन को गिनकर कैलेन्डर पर ३’अक्टूबर को लाल घेरे में बंद कर देता है। यह देख रश्मि इस निशान का कारण पूंछती है तो रवि कहता है कि तुमने एक तोहफा मुझे दिया है, अब मैं हमारी बिटिया और तुम्हें एक तोहफा दूँगा।
रश्मि- क्या तोहफा?
रवि- यह तो एक राज है जो डेढ़ महीने बाद ही खुलेगा। (और यह कहकर रवि खेत पर चला जाता है। )
मीना माँ के साथ रश्मि के घर जाती है।
मीना- नमस्ते रश्मि चाची! आपकी बिटिया तो बहुत ही सुन्दर है। क्या नाम रखा है?
रश्मि- (मीना की माँ का अभिवादन करते हुए) नमस्ते मीना,हमने हमारी बेटी का नाम छुटकी रखा है।
मीना लाल कैलेन्डर पर लगे लाल घेरे का कारण पूंछती है। ,रश्मि सारी बात बताती है। सब तोहफे को लेकर अपना-अपना अंदाज लगाते है।
और डेढ़ महीने के बाद........
रश्मि के तोहफा मांगने पर, रवि रश्मि को आंगनबाड़ी लेकर जाता है।
रवि-(पोस्टर दिखाते हुए) यह रहा तुम्हारा तोहफा।
रश्मि- (पोस्टर पढ़ते हुए) बच्चों को सही समय पर टीका लगवायें। ‘एक भी टीका छूटा,समझो सुरक्षा चक्र टूटा। ’
नर्स बहिन जी समझाती हैं की DPT का टीका लगवाने और पोलियो की खुराक किसी तोहफे से कम नहीं हैं। DPT का टीका गलघोंटू,काली खांसी,टिटनेस जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाता है तथा OPD मतलब पोलियो की खुराक बच्चे को पोलियो से बचाती है।
पहली खुराक जन्म के समय ही छुटकी को दी जा चुकी है जिसका टीकाकरण कार्ड भी रवि बनवा चूके हैं। और अब डेढ़,ढाई,और साढ़े तीन महीने की खुराक भी बहुत जरूरी है तथा ९वें महीने पर खसरे का टीका भी।
रवि बताता है कि यह सब मीना के गाये गाने की वजह से कर पाया-
“ सब बच्चों को खतरनाक बीमारियों से बचाओ।
DPT का टीका, पोलियो की खुराक दिलवाओ।।
भूल ना जाना याद ये रखना बात हमारी पूरी।
डेढ़,ढाई,और साढ़े तीन ये महीने बहुत जरूरी।।
9वें महीने में लगता है फिर खसरे का टीका।
बच्चे की सुरक्षा का यह सबसे सही तरीका ।। ”
आज का गीत-
एक पहेली पूंछू बतलाओगे।
बतलाऊंगा......................
घडी हमें क्या कहती है सिखलाओगे। ।
सिखलाऊंगा...................................
आज का खेल-
‘भेद खोलना है उसका जो बीच में बैठा है छुपकर।’अलग शहर का नाम बताओ –
1. आजमगढ़
2. प्रतापगढ़
3. चंडीगढ़
4. चित्तौड़गढ
उत्तर- चंडीगढ़
मीना एक बालिका शिक्षा और जागरूकता के लिए समर्पित एक काल्पनिक कार्टून कैरेक्टर है। यूनिसेफ पोषित इस कार्यक्रम का अधिकसे अधिक फैलाव हो इस नजरिए से इन कहानियों का पूरे देश में रेडियो और टीवी प्रसारण किया जा रहा है। प्राइमरी का मास्टर एडमिन टीम भी इस अभियान में साथ है और इसके पीछे इनको लिपिबद्ध करने में लगा हुआ है। आशा है आप सभी को यह प्रयास पसंद आयेगा। फ़ेसबुक पर भी आप मीना की दुनिया को Follow कर सकते हैं।
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