जानिए! सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण की आदर्श दैनिक समय अवधि के बारे में



शिक्षक प्रशिक्षण एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो शिक्षकों को उनके पेशे में सफल होने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण प्रदान करती है। सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण, विशेष रूप से, उन शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपने करियर में आगे बढ़ना चाहते हैं या अपने मौजूदा अभ्यास में सुधार करना चाहते हैं।


सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण की आदर्श समय अवधि एक जटिल प्रश्न है जिसका कोई एक सही उत्तर नहीं है। हालांकि, कुछ कारक हैं जो इस प्रश्न का उत्तर देने में मदद कर सकते हैं, जिसमें प्रशिक्षण के लक्ष्य, प्रशिक्षण का प्रकार और प्रशिक्षण की प्रभावशीलता शामिल हैं।


प्रशिक्षण के लक्ष्य

सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण के लक्ष्य प्रशिक्षण की समय अवधि को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि प्रशिक्षण का लक्ष्य शिक्षकों को नए कौशल सिखाना है, तो अधिक समय की आवश्यकता हो सकती है। यदि प्रशिक्षण का लक्ष्य शिक्षकों को मौजूदा कौशल में सुधार करना है, तो कम समय की आवश्यकता हो सकती है।


प्रशिक्षण का प्रकार

सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण के प्रकार भी समय अवधि को प्रभावित कर सकते हैं। व्यावहारिक प्रशिक्षण, जैसे कि स्टूडियो अभ्यास या परामर्श, अक्सर अधिक समय लेने वाले होते हैं। वैकल्पिक रूप से, ऑनलाइन या दूरस्थ प्रशिक्षण अक्सर कम समय लेने वाले होते हैं।


प्रशिक्षण की प्रभावशीलता

अंत में, सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण की प्रभावशीलता भी समय अवधि को प्रभावित कर सकती है। अधिक समय लेने वाला प्रशिक्षण अक्सर अधिक प्रभावी होता है, क्योंकि यह शिक्षकों को नई अवधारणाओं और कौशलों को आत्मसात करने के लिए अधिक समय देता है। हालांकि, अधिक समय लेने वाला प्रशिक्षण अधिक महंगा और अधिक जटिल भी हो सकता है।



6 घंटे से अधिक के प्रशिक्षण समय अवधि का विरोध

⚫ 6 घंटे से अधिक के प्रशिक्षण समय अवधि का विरोध करने के कई कारण हैं। सबसे पहले, ये प्रशिक्षण समयावधि अक्सर शिक्षकों के लिए अधिक तनावपूर्ण और थकाऊ होती हैं। इससे सीखने में बाधा आ सकती है और शिक्षकों के स्वास्थ्य और कल्याण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

⚫ दूसरे, 6 घंटे से अधिक के प्रशिक्षण समयावधि अक्सर शिक्षकों के लिए व्यवहार्य नहीं होते हैं। शिक्षकों के पास अक्सर अपने कक्षा शिक्षण, पाठ्यक्रम विकास और अन्य व्यावसायिक जिम्मेदारियों के लिए समय की कमी होती है।

⚫ तीसरे, 6 घंटे से अधिक के प्रशिक्षण समयावधि अक्सर अनावश्यक होते हैं। अधिकांश सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को 6 घंटे से कम समय में प्रभावी ढंग से पूरा किया जा सकता है।


आदर्श सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण समयावधि

एक आदर्श सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण समयावधि 6 घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह समय सीमा शिक्षकों के लिए व्यवहार्य और प्रभावी दोनों है। यह शिक्षकों को नई अवधारणाओं और कौशलों को आत्मसात करने के लिए पर्याप्त समय देता है, लेकिन यह उन्हें थकाऊ या तनावपूर्ण भी नहीं बनाता है।

अधिकतम 6 घंटे की समय अवधि के भीतर, सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को विभिन्न तरीकों से डिजाइन किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, कार्यक्रमों में व्याख्यान, कार्यशालाएं, अभ्यास और प्रतिबिंब शामिल हो सकते हैं। कार्यक्रमों को ऑनलाइन या व्यक्तिगत रूप से भी प्रदान किया जा सकता है।

यह महत्वपूर्ण है कि सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों की आवश्यकताओं और लक्ष्यों को पूरा करें। कार्यक्रमों को विविध और आकर्षक होना चाहिए ताकि शिक्षकों को सीखने के लिए प्रेरित किया जा सके।


✍️  लेखक : प्रवीण त्रिवेदी
शिक्षा, शिक्षण और शिक्षकों से जुड़े मुद्दों के लिए समर्पित
फतेहपुर


परिचय

बेसिक शिक्षक के रूप में कार्यरत आकांक्षी जनपद फ़तेहपुर से आने वाले "प्रवीण त्रिवेदी" शिक्षा से जुड़े लगभग हर मामलों पर और हर फोरम पर अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। शिक्षा के नीतिगत पहलू से लेकर विद्यालय के अंदर बच्चों के अधिकार व उनकी आवाजें और शिक्षकों की शिक्षण से लेकर उनकी सेवाओं की समस्याओं और समाधान पर वह लगातार सक्रिय रहते हैं।

शिक्षा विशेष रूप से "प्राथमिक शिक्षा" को लेकर उनके आलेख कई पत्र पत्रिकाओं , साइट्स और समाचार पत्रों में लगातार प्रकाशित होते रहते हैं। "प्राइमरी का मास्टर" ब्लॉग के जरिये भी शिक्षा से जुड़े मुद्दों और सामजिक सरोकारों पर बराबर सार्वजनिक चर्चा व उसके समाधान को लेकर लगातार सक्रियता से मुखर रहते है।

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