शिक्षक मौन रहें और बच्चे हों मुखर


विद्यालयों को बच्चों के लिए एक ऐसी जगह होना चाहिए जहाँ वे सीखने और बढ़ने के लिए एक सुरक्षित और प्रेरणादायक माहौल पा सकें। यहाँ शिक्षकों की भूमिका बच्चों को सीखने के लिए प्रोत्साहित करना और उनकी मदद करना है। हालांकि, अक्सर देखा जाता है कि शिक्षक कक्षा में अधिक बोलते हैं और बच्चे कम बोलते हैं। यह एक चिंताजनक स्थिति है क्योंकि इससे बच्चों को सीखने में बाधा आ सकती है।


शिक्षकों को कक्षा में अधिक मौन रहना चाहिए और बच्चों को बोलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। ऐसा करने से बच्चों को अपनी राय व्यक्त करने का अवसर मिलता है और वे सीखने में अधिक सक्रिय हो जाते हैं। यह उन्हें आत्मविश्वास और संवाद कौशल विकसित करने में भी मदद करता है।


बच्चों को बोलने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षक निम्नलिखित तरीके अपना सकते हैं:

🔴 बच्चों से प्रश्न पूछें और उनकी प्रतिक्रियाओं पर ध्यान दें।
बच्चों को समूह कार्यों में शामिल करें।
🔴 बच्चों को अपने विचारों और विचारों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करें।
🔴 बच्चों की गलतियों पर ध्यान केंद्रित न करें।

शिक्षकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि सभी बच्चे समान रूप से बोलने में सहज नहीं होते हैं। कुछ बच्चे शर्मीले हो सकते हैं या उनका आत्मविश्वास कम हो सकता है। ऐसे बच्चों के साथ धैर्य रखना और उन्हें प्रोत्साहित करना महत्वपूर्ण है।

विद्यालयों में शिक्षकों और बच्चों के बीच एक सक्रिय संवाद होना चाहिए। ऐसा करने से बच्चों को सीखने में अधिक सहायता मिलती है और वे एक अधिक पूर्ण और संतुलित शिक्षा प्राप्त करते हैं।


शिक्षकों को मौन रहने के कुछ लाभ

🔵 शिक्षकों के मौन रहने से बच्चों को अधिक बोलने का अवसर मिलता है।
🔵 इससे बच्चों को अपनी राय व्यक्त करने का आत्मविश्वास मिलता है।
🔵 इससे बच्चों में संवाद कौशल विकसित होता है।
🔵 इससे बच्चों में आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान बढ़ता है।



निष्कर्ष

विद्यालयों में शिक्षकों और बच्चों के बीच एक सक्रिय संवाद होना चाहिए। ऐसा करने से बच्चों को सीखने में अधिक सहायता मिलती है और वे एक अधिक पूर्ण और संतुलित शिक्षा प्राप्त करते हैं। शिक्षकों को कक्षा में अधिक मौन रहना चाहिए और बच्चों को बोलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। यह बच्चों के लिए सीखने की एक अधिक सक्रिय और प्रभावी प्रक्रिया बनाता है।


✍️ लेखक : प्रवीण त्रिवेदी
शिक्षा, शिक्षण और शिक्षकों से जुड़े मुद्दों के लिए समर्पित शिक्षक
फतेहपुर


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