बच्चे क्यों हो जाते हैं चिड़चिड़े और जानिए उनसे निबटने के उपाय



गुस्सा एक सामान्य मानवीय भावना है, जिसे बच्चे और वयस्क, सभी अनुभव करते हैं। हालांकि, कुछ बच्चे दूसरों की तुलना में अधिक गुस्सा करते हैं। यह व्यवहार कई कारकों के कारण हो सकता है, जैसे कि:


शारीरिक थकान: जब बच्चे थके हुए होते हैं, तो वे अधिक चिड़चिड़े और जिद्दी हो सकते हैं।

भूख या प्यास: जब बच्चे भूखे या प्यासे होते हैं, तो वे भी अधिक गुस्सा कर सकते हैं।

मानसिक तनाव: जब बच्चे स्कूल या घर में तनावपूर्ण स्थिति का सामना कर रहे होते हैं, तो वे अधिक गुस्सा कर सकते हैं।

अनुकूलन समस्याएं: जब बच्चे नए लोगों या परिस्थितियों के साथ अनुकूलित कर रहे होते हैं, तो वे अधिक गुस्सा कर सकते हैं।

अनुवांशिकी: कुछ शोध अध्ययनों से पता चला है कि गुस्सा एक आनुवांशिक कारक हो सकता है।


यदि आपका बच्चा अधिक गुस्सा करने लगा है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि गुस्सा एक सामान्य मानवीय भावना है और सभी बच्चे कभी-कभी गुस्सा करते हैं। माता-पिता के रूप में, आप अपने बच्चे को गुस्से को स्वस्थ तरीके से व्यक्त करने में मदद कर सकते हैं।



गुस्सैल बच्चों से निपटने के लिए माता-पिता को निम्नलिखित सुझावों का पालन करना चाहिए:


कारण का पता लगाएं: अपने बच्चे के गुस्से के पीछे के कारण को समझने की कोशिश करें। क्या वह भूखा है, थका हुआ है, या उसे तनाव है? एक बार जब आपको कारण का पता चल जाता है, तो आप समस्या को हल करने में मदद कर सकते हैं।

अपने बच्चे से बात करें: अपने बच्चे से उसकी भावनाओं के बारे में बात करें। उन्हें बताएं कि आप उनकी भावनाओं को समझते हैं और उन्हें समर्थन देते हैं।

नियम और सीमा निर्धारित करें: अपने बच्चे के लिए स्पष्ट नियम और सीमा निर्धारित करें। इससे उन्हें यह जानने में मदद मिलेगी कि वे क्या कर सकते हैं और क्या नहीं।

धैर्य रखें: गुस्सा एक मजबूत भावना है और इसे नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है। अपने बच्चे के साथ धैर्य रखें और उसे शांत होने का समय दें।

पॉज़ीटिव मॉडल बनें: अपने बच्चे के सामने गुस्सा न करें। इसके बजाय, उन्हें दिखाएं कि आप समस्याओं को शांति से और सकारात्मक तरीके से कैसे हल करते हैं।


यदि आप अपने बच्चे के गुस्से से निपटने में परेशान हैं, तो आप एक पेशेवर से मदद ले सकते हैं। एक थेरेपिस्ट आपके बच्चे के गुस्से के कारणों को समझने और उन्हें स्वस्थ तरीके से व्यक्त करने में मदद कर सकता है।


यहाँ कुछ अतिरिक्त सुझाव दिए गए हैं जो माता-पिता गुस्सैल बच्चों के साथ काम करने में मदद कर सकते हैं:


🔴 अपने बच्चे को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के स्वस्थ तरीके सिखाएं। उन्हें बताएं कि वे अपने गुस्से को शारीरिक गतिविधि, कला या लेखन के माध्यम से व्यक्त कर सकते हैं।

🔴 अपने बच्चे को समस्या-समाधान कौशल सिखाएं। उन्हें सिखाएं कि वे अपनी समस्याओं को हल करने के लिए क्या कर सकते हैं, बिना गुस्सा किए।

🔴 अपने बच्चे को सकारात्मक ध्यान दें। जब आपका बच्चा अच्छा व्यवहार करता है, तो उसे सकारात्मक रूप से ध्यान दें। इससे उन्हें यह जानने में मदद मिलेगी कि वे जब अच्छा व्यवहार करते हैं तो उन्हें पुरस्कृत किया जाता है।



यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि हर बच्चा अलग होता है। जो एक बच्चे के लिए काम करता है, वह दूसरे के लिए नहीं काम कर सकता है। अपने बच्चे के साथ काम करने के लिए सबसे अच्छा तरीका खोजने के लिए धैर्य और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है।



✍️ लेखक : प्रवीण त्रिवेदी
शिक्षा, शिक्षण और शिक्षकों से जुड़े मुद्दों के लिए समर्पित शिक्षक
फतेहपुर

Post a Comment

 
Top