अंक और परीक्षाएं मूल्यांकन के मूल्यवान उपकरण तो हैं लेकिन मूल्यांकन की प्रक्रिया का एकमात्र हिस्सा नहीं


मूल्यांकन एक अनवरत चलने वाली प्रक्रिया है, जो शिक्षा के सभी स्तरों पर महत्वपूर्ण है। यह शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों को यह समझने में मदद करता है कि सीखने की प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ रही है। मूल्यांकन का उद्देश्य छात्रों की प्रगति को ट्रैक करना, उन क्षेत्रों को पहचानना जहां अतिरिक्त समर्थन की आवश्यकता है, और छात्रों को उनकी क्षमताओं को पूरा करने में मदद करना है।


शिक्षाशास्त्रीय नजरिए से, मूल्यांकन की कई महत्वपूर्ण विशेषताएं हैं। 

सबसे पहले, मूल्यांकन एक व्यापक प्रक्रिया होनी चाहिए जो सीखने के सभी पहलुओं को मापती है। इसमें छात्रों की अकादमिक प्रगति, सामाजिक-भावनात्मक विकास, और महत्वपूर्ण सोच और समस्या-समाधान कौशल शामिल हैं। 

दूसरा, मूल्यांकन उद्देश्यपूर्ण होना चाहिए। इसका अर्थ है कि यह छात्रों की प्रगति को मापने के लिए विशिष्ट लक्ष्यों और उद्देश्यों के आधार पर बनाया जाना चाहिए। 

तीसरा, मूल्यांकन निष्पक्ष और विश्वसनीय होना चाहिए। इसका अर्थ है कि यह छात्रों की प्रगति को एक न्यायसंगत और विश्वसनीय तरीके से मापना चाहिए।


छोटी कक्षाओं में, मूल्यांकन की प्रक्रिया विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इस आयु समूह के छात्रों के पास अभी भी सीखने के लिए बहुत कुछ है, और मूल्यांकन उन्हें अपने विकास का ट्रैक रखने और आवश्यक सहायता प्राप्त करने में मदद कर सकता है। 



छोटी कक्षाओं में मूल्यांकन के लिए कई अलग-अलग तरीकों का उपयोग किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:


प्रत्यक्ष अवलोकन: शिक्षक छात्रों को कक्षा में काम करते हुए देख सकते हैं और उनकी प्रगति को रेट कर सकते हैं।


स्व-मूल्यांकन: छात्र अपनी खुद की प्रगति पर प्रतिबिंबित करने के लिए प्रोत्साहित किए जा सकते हैं।


सहपाठियों द्वारा मूल्यांकन: छात्र एक-दूसरे के काम का मूल्यांकन कर सकते हैं।


प्रोजेक्ट-आधारित सीखना: छात्र वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए परियोजनाओं पर काम कर सकते हैं, जो उनकी सीखने की प्रगति का आकलन करने का एक तरीका प्रदान करता है।



अंक और परीक्षाएं मूल्यांकन के मूल्यवान उपकरण हो सकते हैं, लेकिन वे छोटी कक्षाओं में मूल्यांकन की प्रक्रिया का एकमात्र हिस्सा नहीं होना चाहिए। अन्य मूल्यांकन विधियों का उपयोग करके, शिक्षक छात्रों की समग्र प्रगति का अधिक व्यापक और सटीक रूप से आकलन कर सकते हैं।


शिक्षाशास्त्रीय दृष्टिकोण से, मूल्यांकन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो सीखने को बढ़ावा देने और छात्रों को उनकी क्षमताओं को पूरा करने में मदद करने में मदद कर सकती है। छोटी कक्षाओं में, मूल्यांकन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस आयु समूह के छात्रों के पास अभी भी सीखने के लिए बहुत कुछ है। मूल्यांकन की प्रक्रिया को व्यापक, उद्देश्यपूर्ण और निष्पक्ष होना चाहिए, और इसमें विभिन्न मूल्यांकन विधियों का उपयोग किया जाना चाहिए।



✍️ लेखक : प्रवीण त्रिवेदी
शिक्षा, शिक्षण और शिक्षकों से जुड़े मुद्दों के लिए समर्पित शिक्षक
फतेहपुर



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